कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय 5/5 (1)

कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय
कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय

कुंडली में संतान बाधा योग उपाय

कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय
कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय

शादी गृहस्थाश्रम का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होती है. जैसे शादी के बिना किसी भी इंसान का जीवन अधूरा रहता है उसी प्रकार शादी के बाद बिना संतान के भी परिवार पूरा नहीं होता है. ऐसा माना जाता है कि जब तक कोई स्त्री मां नहीं बनती है तब तक उसका जीवन संपूर्ण नहीं होता है. कई बार लाख चाहने के बाद भी कुंडली में संतान योग नहीं बनता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक की जन्म कुंडली के द्वारा ग्रहों की दशा का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है. कुंडली के द्वारा यह पता किया जा सकता है कि जातक की कुंडली में संतान योग है या नहीं.

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है  कि अगर कुंडली में पंचम पर शुभ ग्रहों की छाया पड़ रही हो तो संतान योग बनता है. इसके अलावा कुंडली में शुक्र मजबूत होना भी अच्छा होता है. कुंडली में शुक्र के मजबूत होने से संतान प्राप्ति के योग प्रबल हो जाते हैं. कुंडली में बृहस्पति का शुभ होना बहुत ही उत्तम होता है. इसके अलावा जातक की कुंडली में लग्नेश और पंचमेश का संबंध होने से भी संतान प्राप्ति के लिए अच्छा योग बनता है. बृहस्पति का लग्न में या एकादश में होना और कुंडली में बृहस्पति की महादशा होने से भी संतान प्राप्ति के बीच में आ रही अड़चनें दूर हो जाती हैं. अगर शुक्र की दृष्टि पंचम पर हो या वह पंचमेश में मौजूद हो तो इन परिस्थितियों में संतान प्राप्ति की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

अगर शुभ ग्रहों के योग पर पाप ग्रहों की छाया पड़ रही हो तो संतान प्राप्ति में दिक्कत हो सकती है. जैसे अगर कुंडली में पंचम स्थान पर राहु की छाया पड़ रही है तो संतान प्राप्ति में बाधाएं आ सकती हैं. कुंडली में पंचम पर पाप ग्रहों की दृष्टि पढ़ने से नकारात्मक योग  बन सकता है. ऐसा होने से संतान प्राप्ति में अड़चन आ सकती है. कभी कभी ऐसा होने से मृत संतान पैदा होती है.

कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय-

1- अगर कोई स्त्री मां बनना चाहती है तो इसके लिए किसी बच्चे के टूटे हुए दूध के दांत को सफेद कपड़े में लपेटकर अपने बाएं हाथ पर बांध लें. ऐसा करने से संतान प्राप्ति के योग प्रबल हो जाते हैं. इसके अलावा जब तक संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी ना हो जाये तब तक नियमित रूप से सूर्योदय से पहले बाल कृष्ण भगवान का 15 मिनट तक ध्यान जरूर करें.

2- अगर कोई दंपत्ति संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं तो पत्नी को शुक्ल पक्ष में अभिमंत्रित संतान गोपाल यंत्र को अपने घर में स्थापित करना चाहिए. इसके बाद 16 गुरुवार का व्रत करके केले और पीपल के पेड़ को दूध चीनी मिलाकर चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से संतान प्राप्ति की इच्छा पूर्ण हो जाती है.

3- संतान प्राप्ति के लिए पति पत्नी को साथ में गुरुवार का व्रत रखना चाहिए. गुरुवार का व्रत रखकर पीले वस्त्र पहने. पीली वस्तुओं का दान कर के पीला भोजन ही करें. ऐसा करने से बहुत जल्द संतान की प्राप्ति होती है.

4- संतान का सुख पाने के लिए पत्नी को गेहूं के आटे की दो मोटी लोई बनाकर उसमें भीगे चने की दाल और हल्दी के साथ रोजाना गाय को खिलाना चाहिए. ऐसा करने से संतान प्राप्त होती है.

5-  अगर कोई स्त्री चाह कर भी मां नहीं बन पा रही है तो शुक्ल पक्ष में बरगद के पत्ते को गंगा जल से धोकर साफ कर लें. अब बरगद के पत्ते पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं. अब इसके ऊपर थोड़े से चावल और एक सुपारी रखकर सूर्यास्त होने से पहले किसी मंदिर में चढ़ाएं और भगवान से संतान प्राप्ति का वरदान मांगे.

6- संतान पाने के लिए पत्नी को नियमित रूप से पारद शिवलिंग का दूध से अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से संतान प्राप्ति की इच्छा बहुत जल्दी पूर्ण हो जाती है.

7- यदि कोई दंपत्ति संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं तो उन्हें पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में आम की जड़ को लाकर दूध में मिलाकर पीने से संतान प्राप्त होती है.

8- जो महिलाएं संतान पाना चाहती हैं उन्हें नियमित रूप से सूर्योदय से से पहले स्नान आदि करके  गणेश जी की मूर्ति पर बेलपत्र चढ़ाना चाहिए. उसके बाद नीचे दिए गए मंत्र की रोजाना 11 माला जाप करनी चाहिए.

कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय
कुंडली में संतान बाधा योग व उपाय

मन्त्र-

“ओम पार्वतीप्रिय नन्दनाय नमः

इस उपाय को लगातार 45 दिनों तक रोज करने से संतान प्राप्ति होती है. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि संतान प्राप्ति के लिए की गई इस साधना में कोई भी विघ्न नहीं आना चाहिए. सच्चे मन से ऊपर बताए गए मंत्र का जाप करने से बहुत जल्दी संतान प्राप्ति के योग बनते हैं.

9- शास्त्रों में संतान प्राप्ति के लिए बहुत ही उत्तम उपाय बताया गया है. यदि कोई महिला संतान प्राप्त करना चाहती है  तो पलाश के पांच कोमल पत्ते लेकर किसी स्त्री के दूध में मिलाकर पीस लें. इसके बाद मासिक धर्म के चौथे दिन स्नान करके उसे खा ले. ऐसा करने से संतान प्राप्ति का प्रबल योग बनता है.

10- बुधवार के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर पति पत्नी को स्नान करने के बाद बाल गणेश की पूजा करनी चाहिए. नियमित रूप से बाल गणेश की पूजा करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है. इसके अलावा घर के मुख्य द्वार पर बाल गणपति की प्रतिमा लगाने से भी संतान प्राप्ति के योग बनते हैं.

11- अगर कोई दंपत्ति संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं तो उन्हें बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने के बाद नीचे दिए गए मंत्र का विधिवत जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है.

संतान गणपतये नमः गर्भदोषहो नमः पुत्र पुत्राय नमः

12- सोमवार के दिन  अपने घर में भगवान भोलेनाथ और पार्वती की ऐसी तस्वीर लाएं जिनकी गोद में बाल गणपति विराजमान हो. इस तस्वीर को अपने घर की उत्तरी दिशा में लगाकर नियमित रूप से धूप, दीप, नैवेद्य से पूजा करें. पूजा करने के बाद शिव पंचाक्षर स्त्रोत और गणेश द्वादश नाम स्रोत का जाप करें. ऐसा करने से आपकी मनोकामना बहुत जल्दी पूर्ण हो जाएगी.

13- हर रविवार के दिन बालकृष्ण को दही और मक्खन का भोग लगाएं और फिर धूप दीप आदि से पूजन करें. ऐसा करने से संतान बाधा दूर हो जाती है.

14- यदि कोई विवाहित और संतान युक्त स्त्री अपने घर में रखी लड्डू गोपाल भगवान की मूर्ति निसंतान दंपत्ति को देती है तो ऐसा करने से संतान प्राप्ति के योग प्रबल हो जाते हैं.

 

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